दोस्तो, मैंने अक्सर ही लोगो को ये शिकायत करते हुए देखा है के इन ने कोई स्टॉक X price पर लिया और उनके लेते ही वो स्टॉक नीचे जाने लगा। या किसी स्टॉक से वो निकले और वो स्टॉक भागना शुरू कर दिया। दोस्तो शेयर बाजार के कैरियर के शुरुवात में सब कोई इसी दुविधा में फंसा रहता है कि आखिर ऐसा हमारे साथ ही होता है या सबके साथ।
और यदि सबके साथ हो रहा है तो पक्का ये हमारा ब्रोकर हमारे ट्रेड देख कर शेयर को उल्टा चला देता है और हमे नुकसान करा देता है।
दोस्तो, ऐसा क्यों होता है इस पर में आपको कई कारण बता सकता हूं, जिसमे से कई गलतियों के लिए आप जिम्मेदार होंगे और कई गलतियों के लिए आपका ब्रोकर और कुछ के लिए एक्सचेंज। पर अभी जो हमारे बस में है और जिस गलती को हम तुरंत सुधार सकते है उसमे आपके तरफ से होने वाली साधारण सी गलती को आज हम सुधारने की कोशिश करेंगे। लोगो की गलती ये है कि वो किसी भी शेयर के ट्रेंड की दिशा पता किये बिना स्टॉक में कूद पड़ते हैं और जब स्टॉक उनकी दिशा के अनुरूप नहीं चलता है तब इसका दोष किस्मत में मढ़ने लग जाते हैं | लेकिन फिर भी वो अपनी गलती को पहचानने की कोशिश नहीं करते हैं | यदि आपको शेयर बाजार की कमाई अपने घर तक लानी है तो कुछ चीजे तो आपको सीखनी ही पड़ेगी |
शेयर की चाल पहचाने -
शेयर की चाल को पहचान कर आपको इस बात का अंदाजा मिल जाता है कि शेयर की अगली दिशा क्या हो सकती हैं | इसके लिए आपको किसी इंडिकेटर या महंगे सॉफ्टवेयर या किसी स्टॉक पंडित की जरूरत नहीं है आपको सिर्फ स्टॉक का ट्रेंड उसके सिंपल कैंडल चार्ट में देखना है | अब वो कैसे करेंगे ये सीखाने के लिए हमारा ब्लॉग Chartanalystji आपके साथ है और हमारा वादा है, इस पोस्ट के अंत होने तक आप शेयर मार्किट के ज्ञान की एक और सीढ़ी को चढ़ चुके होंगे | और आगे से कभी किसी गलत स्टॉक को अपने पोर्टफोलियो का हिस्सा नहीं बनने देंगे |
ट्रेंड ( Trend ) को जाने -
शेयर को ऊपर जाना हो या नीचे वो कभी भी एक ही दिशा में रहते हुए नहीं चलते है | ऊपर नीचे आजु बाजू करते-करते अपनी तय जगह पहुंचते है | शेयर की इसी टेडी-मेडी चाल को ट्रेंड का नाम दिया गया है | Trend का जानकार व्यक्ति को शेयर बाजार में नुकसान बहुत ही कम होता है और सामान्यता नहीं ही होता है | ये ट्रेंड मुख्यता 3 प्रकार की होते हैं |
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UpTrend
इस ट्रेंड में स्टॉक ऊपर की दिशा में बढ़ते ही जाता है और शेयर के दाम बढ़ते है, लम्बे निवेशक को ये ट्रेंड सबसे प्रिय होता है | इस ट्रेंड में आपको Higher High, Higher Low पैटर्न देखने को मिलता है | मतलब आने वाला हर हाई पिछले हाई की तुलना में ऊचा रहता है | जिससे स्टॉक की मजबूती का अंदाजा और दिशा का अंदेशा मिल जाता है |
जब भी आपको किसी स्टॉक को अपने पोर्टफोलियो में शामिल करना हो तो कोशिश करे कि ये Uptrend pattern आपके चार्ट में हो | और पैटर्न ख़राब होते ही निकल जाने का प्रयास करे ये संकेत हैं के अब स्टॉक में तेजी खत्म हो रही है |
DownTrend
इस पैटर्न में आपको चार्ट Lower High, Lower Low का पैटर्न बनाते हुए दिखेगा | इस ट्रेंड में स्टॉक का प्राइस धीरे-धीरे गिरता ही रहता है | यह पैटर्न स्टॉक में कमजोरी का संकेत है ऐसे स्टॉक में सिर्फ सेल्लिंग के मौके देखे जा सकते हैं | कोशिश करे आप जिस स्टॉक में खरीददारी की पोजीशन बनाये उसमे ऐसा कुछ पैटर्न ना बन रह हो |
Sideways Trend
इसमें स्टॉक ना हो नए हाई लगातार बनता है और ना ही नए Low बनता है कभी भी ऊपर और कभी भी छोटी रेंज में ऊपर नीचे होता रहता है | ऊपरी स्तर को Upper रेंज मानते है और निचले स्तर को लोअर रेंज | ऐसे स्टॉक को आप 2 तरह से ट्रेड कर सकते हैं | पहला तरीके में आप जब भी स्टॉक Lower Range में हो छोटे से SL से BUY कर सकते हैं और ऊपरी रेंज Sell करके निकल सकते हैं | ऐसे ट्रेड करके आप बहुत ही अच्छा फायदा कमा सकते हैं |
दूसरे तरीके में आप Options के जरिये ट्रेड कर सकते हैं, इसमें आपको ऊपरी रेंज के कुछ ऊपर का और निचले रेंज के कुछ नीचे का Options sell करना होता है | Options Seller के लिए RangeBound मार्किट सबसे अच्छा रहता है | यदि दोनों तरीको में तुलना करे तो Rangebound Stock Trade करने में सबसे ज्यादा फ़ायदा आपको Options ही दे सकते हैं |
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1 टिप्पणियाँ
Dhanyawad sir
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